रखना नहीं झुकना नहीं बस आगे बढ़ते जाना है,
क्योंकि पतझड के बाद बसंत आना है।
बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाये नही तो समुंदर की तलाश करो।
दोस्तो यह प्यारा सा कविता आपको पसंद आया हो तो इसे अधिक से अधिक लोगों को शेयर जरूर करे।
दोस्तो यह प्यारा सा कविता आपको पसंद आया हो तो इसे अधिक से अधिक लोगों को शेयर जरूर करे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें