Love poetry in Hindi ।। Prem par sunder Kavita
प्रेम तो अपनेपन का एहसास है, यह दो दिलों को जोड़ने का एहसास है, यह सृष्टि ही प्रेम पर टिका है, अगर प्रेम ना होता है सारा जहा निरश सा होता, प्रेम का दूसरा नाम है खुशी।
मैने कल एक झलक जिंदगी को देखा
वो मेरी राह में गुनगुना रही थी,
मैने ढूंढा उसे इधर उधर
वो आंख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी
एक अरसे बाद आया मुझे करार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी
हम दोनो क्यों खफा है एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे बता रही थी
मैने पूछा, तूने मुझे ये दर्द क्यों दिया
उसने कहा, जिंदगी हूं मै तेरी
मैं तो बस तुझे जीना सीखा रही थी
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